बुधवार, जुलाई 30, 2025

बालको ने जैव विविधता दिवस पर वन्यजीव संरक्षण को दी नई दिशा, गांवों में फैलाई जागरूकता

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बालकोनगर (आदिनिवासी)। वेदांता समूह की इकाई भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर ‘द एनिमल केयर ऑर्गेनाइजेशन (टाको)’ के सहयोग से आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में एक सशक्त जन-जागरूकता अभियान चलाया। इस वर्ष की थीम “प्रकृति के साथ सौहार्द और सतत विकास” को केंद्र में रखते हुए इस पहल का उद्देश्य समुदाय को वन्यजीव संरक्षण, संघर्ष निवारण और जैव विविधता की रक्षा के प्रति सजग बनाना था।

भालू संरक्षण पर विशेष सत्र
कोरबा के वन क्षेत्रों में पाए जाने वाले स्लॉथ बियर (अलसी भालू) की सुरक्षा पर केंद्रित एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान जानवरों के स्वाभाविक व्यवहार को समझाकर मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के उपाय साझा किए गए। इस कार्यक्रम में 300 से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने भाग लिया। नुक्कड़ नाटक, कहानी प्रस्तुति और क्विज जैसे रचनात्मक माध्यमों से पर्यावरण संरक्षण के संदेश को प्रभावी ढंग से पहुंचाया गया।

वन विभाग और स्थानीय सहयोगियों की सहभागिता
इस कार्यक्रम में वन विभाग और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए, जिन्होंने स्थानीय जैव विविधता और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर उपयोगी जानकारियां साझा कीं। पंचायत प्रतिनिधियों, पर्यावरणविदों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी इस पहल को समर्थन दिया, जिससे यह अभियान सामुदायिक भागीदारी का आदर्श बन गया।

सतत विकास के लिए बालको की पहलें
बालको ने सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन, रूरल एंड ट्राइबल (SHROT) के साथ मिलकर विभिन्न पर्यावरणीय और पशु कल्याण कार्यक्रमों की शुरुआत की है। इनमें नियमित स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, पशु चिकित्सा शिविर और रिफ्लेक्टिव कॉलर वितरण जैसी गतिविधियां शामिल हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना और स्थायी विकास के लिए समुदाय-आधारित कार्यों को प्रोत्साहित करना है।

सीईओ का विज़न: विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा,

“हमारा मानना है कि सच्ची प्रगति तभी संभव है जब औद्योगिक विकास और पर्यावरणीय जिम्मेदारी में संतुलन हो। जैव विविधता दिवस पर हमारा यह अभियान इस दिशा में एक सशक्त कदम है। हम ‘शून्य हानि’, सतत विकास और राष्ट्र निर्माण के विज़न के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।”

समुदाय की सहभागिता और अनुभव
कार्यक्रम में शामिल पर्यावरणविद् श्री दिनेश दीक्षित ने कहा कि जंगल से सटे इलाकों में जैव विविधता संरक्षण तभी संभव है जब समुदाय सक्रिय भागीदारी करे। उन्होंने बालको की पहल को एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण और स्थानीय सहभागिता को जोड़ती है।

वहीं, ग्राम निवासी मंगल सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया,
“वन्यजीवों के प्राकृतिक व्यवहार को समझकर यदि हम अपनी गतिविधियों का समायोजन करें, जैसे सुबह और रात में आवागमन सीमित करें, तो संघर्ष की संभावनाएं कम हो सकती हैं। बालको ने हमें यह ज्ञान देकर एक बड़ी सेवा की है।”

पशु कल्याण के लिए बालको की ठोस पहलें
– 3,000 से अधिक पशुओं के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर का वितरण- 2,500 से अधिक जानवरों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य शिविर

– 2,500 से अधिक जानवरों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य शिविर

– 300+ कुत्तों का रेबीज टीकाकरण

गर्मी में जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ‘वॉटर बाउल चैलेंज’ अभियान
ये प्रयास स्थानीय जीव-जंतुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इंसान-प्रकृति सह-अस्तित्व को सशक्त बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

टाको: पशु कल्याण की दिशा में एक समर्पित प्रयास
वर्ष 2022 में स्थापित ‘द एनिमल केयर ऑर्गनाइजेशन (टाको)’ वेदांता लिमिटेड की प्रमुख पशु कल्याण पहल है। यह संगठन बेसहारा और सामुदायिक पशुओं के लिए बचाव, पुनर्वास, निवारण, वृद्ध पशुओं की देखभाल और नि:शुल्क ओपीडी सेवाएं प्रदान करता है। इसके अंतर्गत एक सुपर स्पेशलिटी वेटरनरी हॉस्पिटल भी संचालित होता है। बालको सहित वेदांता की अन्य इकाइयां भी इस पहल को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रही हैं।

बालको की यह पहल न केवल जैव विविधता और पशु कल्याण की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है, बल्कि यह समाज, उद्योग और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने का एक प्रभावी मॉडल भी प्रस्तुत करती है। यह जागरूकता अभियान आने वाले समय में पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में सकारात्मक परिवर्तन लाने में अहम भूमिका निभाएगा।

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