15 जनवरी तक आवेदन करने का अवसर, 16 फरवरी को होगी प्रवेश परीक्षा
कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में वर्ष 2025-26 के लिए कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक विद्यार्थियों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2025 निर्धारित की गई है। आवेदन में त्रुटियों को सुधारने का मौका 16 जनवरी से 23 जनवरी तक दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा 16 फरवरी 2025 को आयोजित होगी।
सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी दी है कि आवेदक संबंधित विकासखंडों के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों—छुरीकला, लाफा, पाली, पोड़ी उपरोड़ा, या प्रयास आवासीय विद्यालय डिंगापुर—में जाकर निःशुल्क ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है, जिससे सभी पात्र विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकें।
आवेदक प्रवेश प्रक्रिया और नियमावली का अवलोकन www.eklavya.cg.nic.in पर कर सकते हैं। यह पोर्टल विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को आवेदन से संबंधित सभी जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
महत्वपूर्ण तिथियां
1. आवेदन की अंतिम तिथि: 15 जनवरी 2025
2. त्रुटि सुधार की अवधि: 16 से 23 जनवरी 2025
3. प्रवेश परीक्षा की तिथि: 16 फरवरी 2025
प्रवेश केवल आदिवासी समुदाय के उन विद्यार्थियों के लिए है, जो संबंधित विकासखंड के निवासी हैं।
आवेदकों को अपनी जन्मतिथि प्रमाणित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र ऑनलाइन पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकेगा।
एकलव्य विद्यालयों की भूमिका
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का उद्देश्य समाज के वंचित और आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। ये विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिसमें खेल, रचनात्मक गतिविधियां और व्यक्तित्व विकास शामिल हैं।
आवेदन प्रक्रिया को समय पर पूरा करें ताकि त्रुटियों को ठीक करने का पर्याप्त समय मिल सके।
परीक्षा की तैयारी में ध्यान केंद्रित करें और पाठ्यक्रम को अच्छे से समझें।
प्रवेश परीक्षा के लिए निर्धारित तिथि को पहले से ध्यान में रखें और प्रवेश पत्र समय पर डाउनलोड करें।
यदि किसी को आवेदन प्रक्रिया में सहायता की आवश्यकता हो, तो संबंधित विकासखंड के एकलव्य विद्यालय से संपर्क करें। यह कदम आदिवासी बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
छत्तीसगढ़ के इन विद्यालयों में प्रवेश लेना न केवल एक सुनहरा अवसर है, बल्कि यह समाज में शिक्षा और समानता की नई राह खोलने का भी प्रतीक है।