कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना के लिए जमीन हड़पने और रोजगार न देने के आरोपों में भू-विस्थापितों ने शुक्रवार को खदान और कार्यालय को बंद कर दिया। इसके बाद प्रबंधन ने उनके विरुद्ध धारा 34, 341 और 186 भादवी के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
भू-विस्थापितों का कहना है कि उन्हें एसईसीएल में रोजगार, पुनर्वास, मुआवजा और अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के साथ मिलकर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की थी। उन्होंने 15 जनवरी को खदान महाबंद करने का आह्वान भी किया था।
प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने 28 दिसंबर और 13 जनवरी को जिला प्रशासन, एसईसीएल बिलासपुर और भू-विस्थापितों के बीच बैठकें करके समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया था। लेकिन भू-विस्थापितों ने बैठकों को बेकार समझकर छोड़ दिया था। उन्होंने कार्यालय के गैलरी में धरना देकर महिला और पुरुष कर्मचारियों को परेशान किया था।
कुसमुंडा थाना प्रभारी मनीष नागर ने बताया कि उन्होंने एफआईआर दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी है। वह आशा करते हैं कि जल्द ही इस मामले का निपटारा होगा।