भिलाई (आदिनिवासी)। सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स–ऐक्टू के महासचिव श्याम लाल साहू ने यूनियन मान्यता के चुनाव को कुछ युनियनों द्वारा मजाक बनाने व कर्मियों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन यूनियनों द्वारा मात्र किसी तरह चुनाव जीतने के लिए पानी की तरह पैसे बहाए जा रहे हैं और कर्मियों को झूठे आश्वासन देकर फॉसने की कोशिश की जा रही है।
ऐक्टू ने उन यूनियनों की इन हरक उईतों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर ये लाखों रूपये आ कहाँ से रहे हैं और उनका मक़सद क्या है? कर्मियों से भी सवाल किया है कि क्या ऐसी यूनियनें कर्मियों का हित करेंगी? वस्तुतः ट्रेडयूनियन दुकानदारी का अड्डा नहीं, कर्मियों के पक्ष में ईमानदारी से संघर्ष चलाने का मंच होता है जो आसान नहीं होता।
ऐक्टू ने संयंत्र कर्मियों से अपने दूरगामी हितों के मद्देनज़र ऐसी दुकानदार यूनियनों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त करने और उन्हें चुनाव में करारी शिकस्त देने की अपील की है। ऐक्टू अपने सादगीपूर्ण चुनाव प्रचार में कर्मियों से यह अपील कर रहा है कि वे तामझाम, झुठे वादों और दिखावा करने वालों के नापाक मक़सद को समझें और ऐसी यूनियनों को चुनाव में सबक सिखाएँ।
ऐक्टू कर्मियों की एकजुटता व संघ टीर्षों में विश्वास करता है, वह जीत-हार के बजाय कर्मियों के पक्ष में ईमानदारी से संघर्ष चलाने को ज्यादा अहमियत देता है। प्रबंधन ऐक्टू की ताकत बढ़ने से ही डरता है। अतः कर्मियों से विनम्र अपील करता है कि मेहनतकशों की जीत सुनिश्चित करने के लिए सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स–ऐक्टू के पक्ष में मतदान करें।