किसान सभा ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन:
समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन
कांकेर (आदिनिवासी)। जिला के कोयलीबेड़ा ब्लाक में पखांजुर के मक्का उत्पादन करने वाले किसानों में से करीब एक हजार किसानों के साथ एक व्यापारी ने 9 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी कर किसानो को भुगतान नही किया हैं। इस मामला को लेकर छत्तीसगढ किसान सभा का एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द किसानों का बकाया राशि का भुगतान करने का मांग किया है।
किसान सभा ने अपने ज्ञापन में किसानों के साथ हुए इस धोखाधड़ी के लिए सरकार को मुख्य रूप से दोषी ठहराते हुए कहा कि अगर सरकार मक्का की खरीदी को सुनिश्चित करती तो किसानों को अपने मक्का को व्यापारी के पास बेचने को मजबूर नहीं होना पड़ता। किसानों के पास अपने मक्का व्यापारी के पास बेचने के अलावा और कोई विकल्प का रास्ता खुला नही था। जिसका भरपूर लाभ व्यापारी ने किसानों के साथ धोखाधडी करने में उपयोग किया। अब सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकती हैं। यह धोखाधड़ी सरकार और व्यापारियों के गठजोड़ को ही उजागर करती हैं।
किसान सभा के राज्य समिति सदस्य सुखरंजन नंदी ने किसानों के प्रति सरकार की उदासीन रूख की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि अगर सरकार किसानों की हितों की रक्षा के लिए गंभीर होती तो फिर किसानों के साथ यह छलावा नही हो सकता था। सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण ही आज किसान तबाह और बर्बाद हो रहे हैं।
किसान सभा के ज्ञापन में मुख्य रूप से पीड़ित किसानों के रकम जल्द भुगतान कराने, किसानों को धोखा देने वाला संबंधित व्यापारी के कर्मचारियों का भी वेतन लंबित है। उनका बकाया वेतन का भुगतान करने, इस घटना के बाद पीड़ित किसानों मे से दो किसानों की मौत हुई है। मृतकों के परिवार को 50 लाख रूपये का मुआबजा, व एक महिला किसान गंभीर रूप से बीमार हुई है।इस बीमार महिला का इलाज सरकारी खर्च में करने तथा आरोपी व्यापारी के पिता व बहन जो इस धोखाधड़ी में संलिप्त है उन पर भी कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया गया हैं। ज्ञापन में पखांजूर इलाके में खाद का संकट और कालाबाजारी का मुद्दा को भी प्रमुखता के साथ उठाया गया है।
जिलाधीश ने प्रतिनिधिमंडल को बहुत जल्द ही पीड़ित किसानों का बकाया रकम का भुगतान करने और खाद की कालाबाजारी पर तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में सुखरंजन नंदी, नजीब कुरैशी और विजय बनकर आदि शामिल थे।