देश समय से एक दिन पहले हुई लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित By adiniwasi अप्रैल 7, 2022 साझा करना FacebookTwitterLinkedinTelegramWhatsAppPinterest Must Read आसपास-प्रदेशadiniwasi - अगस्त 21, 2022आज़ादी का अमृत महोत्सव: आदिवासी नायकों को जानने विश्व विद्यालयों-कालेजों में लगेगी प्रदर्शनी आसपास-प्रदेशadiniwasi - मार्च 11, 202320 बडे़ बकायादारों पर निगम ने की जप्ती फेहरिस्त की कार्यवाही: दिया 01 सप्ताह का समय संस्कृति-समाजadiniwasi - मार्च 8, 2023तुम्हारी हैवानियत का कोई ओर-छोर नहीं adiniwasihttp://adiniwasi.com निर्धारित समय से एक दिन पहले गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभी की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही दिन के लिए शुरू हुई वैसे ही अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र की कार्यवाही का सारांश देते हुए समापन सन्दर्भ दिया. बाद में उन्होंने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा होने लगा. इस बीच सभापति एम वेंकैया नायडू सत्र के दौरान सदन में किए गए कामकाज को समापन टिप्पणी को नहीं पढ़ सके, क्योंकि शिवसेना और अन्य विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया. शिवसेना सांसदों ने बीजेपी के किरीट सोमैया के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी का मुद्दा उठाने की मांग की, जिसमें विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए लोगों से एकत्र किए गए 100 करोड़ रुपए का कथित रूप से गबन किया गया था, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पूरे सत्र के दौरान मूल्य वृद्धि पर कोई चर्चा नहीं हुई. कांग्रेस सदस्यों ने शिवसेना का समर्थन करते हुए कहा कि यदि मूल्य वृद्धि के मुद्दे को बहस के लिए अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम इस कथित “घोटाले” पर चर्चा की जानी चाहिए. नायडू ने कहा कि उन्होंने मामले को उठाने की अनुमति दी है और सांसदों से कहा कि वे कार्यवाही में बाधा न डालें. विपक्षी सांसदों के अविश्वास के साथ, उन्होंने कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया. संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ और केंद्रीय बजट पेश होने के बाद पहला चरण 11 फरवरी को समाप्त हुआ था. इसके बाद संसद के दोनों सदन बजट पत्रों की जांच के लिए अवकाश पर गए. बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च को शुरू हुआ. मूल कार्यक्रम के अनुसार सत्र का समापन 8 अप्रैल को होना था. बजट प्रक्रिया के अलावा, सत्र के दौरान पारित प्रमुख विधेयकों में दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक और आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक शामिल हैं. विधेयक के अनुसार, दिल्ली के एकीकृत नगर निगम में सीट की संख्या 250 से अधिक नहीं होगी. साझा करना FacebookTwitterLinkedinTelegramWhatsAppPinterest - Advertisement - पिछला लेखगोरखनाथ मंदिर के बाद यूपी में सीएम हाउस की सुरक्षा भी बढ़ी, CRPF की टुकड़ियां तैनातअगला लेखपेट्रोल-डीजल की महंगाई से आम आदमी को मिल सकती है राहत, सरकार बना रही है ये बड़ा प्लान 0फैंसलाइक करें Latest News बलौदाबाजार अग्निकांड: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष दिलीप मिरी रायपुर से गिरफ्तारadiniwasi - कोरबा (आदिनिवासी)। बलौदाबाजार अग्निकांड, जिसे छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े प्रशासनिक विवादों में गिना जाता है, में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के... प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना: अपने व्यवसाय को उन्नति का नया आयाम देने का अवसर adiniwasi - नवम्बर 20, 2024 कोरबा कलेक्टर की सख्त हिदायत: अनुकंपा नियुक्ति, विद्युत व्यवस्था और विकास कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश adiniwasi - नवम्बर 19, 2024 रेडक्रॉस सोसाइटी रायगढ़: निर्विरोध निर्वाचित हुए 18 सदस्य! adiniwasi - नवम्बर 18, 2024 छह साल से मुआवजे की मांग पर अड़े किसान: कटघोरा में नेशनल हाईवे निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन पर बढ़ा तनाव! adiniwasi - नवम्बर 18, 2024 More Articles Like This बलौदाबाजार अग्निकांड: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष दिलीप मिरी रायपुर से गिरफ्तार adiniwasi - प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना: अपने व्यवसाय को उन्नति का नया आयाम देने का अवसर adiniwasi - कोरबा कलेक्टर की सख्त हिदायत: अनुकंपा नियुक्ति, विद्युत व्यवस्था और विकास कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश adiniwasi - रेडक्रॉस सोसाइटी रायगढ़: निर्विरोध निर्वाचित हुए 18 सदस्य! adiniwasi -