यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करेंगे. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और राजधानी कीव के उपनगरीय इलाके में मिले ढेरों शवों से दुनियाभर में मचे कोलाहल के बीच पहली बार वह संयुक्त राष्ट्र के सबसे शक्तिशाली निकाय को संबोधित करेंगे.
ब्रिटेन अप्रैल के महीने में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अगुवाई कर रहा है और उसने सोमवार को ट्वीट कर जेलेंस्की के मंगलवार को सुरक्षा परिषद की बैठक को ऑनलाइन संबोधित करने के कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी.
फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, रूसी सेना दोनेत्स्क और लुहांस्कस के अलावा पोपासना व रुबिझ्ने जैसे शहरों पर नियंत्रण स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इसके अलावा रूसी सेनाएं मारियुपोल पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने का प्रयास कर रही हैं.
यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ ने मंगलवार सुबह कहा कि रूस अपनी सेना को फिर से एकत्रित कर रहा है और उसकी डोनबास पर हमले की तैयारी है. जनरल स्टाफ के फेसबुक पेज पर प्रकाशित खबर में कहा गया है, “हमारा लक्ष्य दोनेत्स्क और लुहांस्क पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करना है.”
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूस के पास उस निकाय में अधिकार की स्थिति नहीं होनी चाहिए, न ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय को रूस को परिषद में अपनी भूमिका का इस्तेमाल इस बात के प्रचार के लिए करने देना चाहिए कि वह मानवाधिकारों को लेकर कितना चिंतित है.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा, ‘‘मैं दो कार्यों को अंजाम देने के लिए तत्काल न्यूयॉर्क लौट रही हूं. मैं इस मांग को कल सुबह सुरक्षा परिषद में उठाऊंगी और रूस की कार्रवाइयों का दृढ़ता एवं प्रत्यक्ष रूप से विरोध करूंगी.’’
थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ बिना उकसावे वाला युद्ध छेड़ने और वहां मानवीय संकट उत्पन्न करने के लिए यूएन के 140 सदस्य देश पहले ही मॉस्को की निंदा कर चुके हैं.