तेलंगाना के लिए क्यों अनोखी है यह घटना
हैदराबाद (आदिनिवासी)। बुधवार सुबह तेलंगाना के मुलुगु जिले में 5.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। सुबह 7:27 बजे आए इस भूकंप ने न सिर्फ मुलुगु, बल्कि हैदराबाद सहित पूरे तेलंगाना को हिला दिया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप क्षेत्र में दुर्लभ घटना थी, क्योंकि तेलंगाना भूकंपीय गतिविधियों के लिए सामान्यतः शांत क्षेत्र माना जाता है।
क्या हुआ और क्यों मच गई दहशत?
भूकंप के झटकों ने स्थानीय निवासियों में डर और घबराहट पैदा कर दी। लोग अपने घरों और इमारतों से बाहर भागने लगे। हालांकि, अभी तक किसी भी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है। विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने और असुरक्षित इमारतों से दूर रहने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों की राय और सुरक्षा उपाय
NCS और भूकंप विशेषज्ञों ने इस घटना को तेलंगाना के लिए असामान्य बताया। एक प्रसिद्ध सोशल मीडिया उपयोगकर्ता, “तेलंगाना वेदरमैन,” ने जानकारी साझा की कि पिछले 20 वर्षों में यह राज्य का सबसे शक्तिशाली भूकंप है। उन्होंने बताया, “मुलुगु में इसका केंद्र था और इसके झटके हैदराबाद सहित कई हिस्सों में महसूस किए गए।”
भारत के अन्य हिस्सों में भी भूकंप
असम
30 नवंबर की रात को असम के कार्बी आंगलोंग जिले में 2.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। NCS के अनुसार, यह भूकंप 2:40 बजे दर्ज हुआ और इसका केंद्र 25 किलोमीटर की गहराई पर था।
जम्मू-कश्मीर
28 नवंबर को जम्मू-कश्मीर में 5.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। शाम 4:19 बजे आए इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में 165 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। यहां भी जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
भूकंप के दौरान क्या करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप के दौरान निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए
1. शांत रहें और सुरक्षित स्थान जैसे मेज के नीचे छुपें।
2. खिड़कियों, भारी फर्नीचर और अस्थिर दीवारों से दूर रहें।
3. खुले स्थान पर जाएं, लेकिन बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें।
4. भूकंप के बाद संभावित झटकों के लिए सतर्क रहें।
तेलंगाना में बुधवार सुबह आए भूकंप ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं की अनिश्चितता को सामने रखा है। हालांकि, किसी भी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन यह घटना हमें सतर्क रहने और भूकंप सुरक्षा उपायों का पालन करने का संदेश देती है।