सारंगढ़ (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की तैयारी के दौरान एक दर्दनाक हादसे में सरकारी शिक्षक की जान चली गई, जिसने पूरे शिक्षक समुदाय को शोक में डुबो दिया। सारंगढ़ के खेलभांठा मैदान में 5 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे यह घटना हुई, जब 52 वर्षीय शिक्षक भगत राम पटेल स्कूल शिक्षा विभाग के स्टॉल में फ्लेक्स लगाने का कार्य कर रहे थे। अचानक करंट की चपेट में आने से वे गिर गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
करंट की वजह से हुआ हादसा, प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर
घटना के कारणों की जांच में पाया गया कि टेंट के पास बिजली के खंभे में तार लगा हुआ था, जिससे पूरे टेंट में करंट फैला हुआ था। जैसे ही शिक्षक भगत राम ने उस पोल को स्पर्श किया, वे करंट की चपेट में आ गए। यह स्थिति प्रशासन की लापरवाही को साफ उजागर करती है, क्योंकि इतनी बड़ी आयोजन की तैयारियों में इस तरह की गंभीर चूक निंदनीय है।
शिक्षक समुदाय में शोक, साथी रो-रोकर बेहाल
इस दुखद हादसे की खबर सुनते ही शिक्षक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई। साथी शिक्षकों का रो-रोकर बुरा हाल है, और राज्योत्सव का जश्न गम में बदल गया। शिक्षक समुदाय ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन से सवाल उठाए हैं कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है।
परिवार और सामुदायिक माहौल गमगीन
हादसे की सूचना मिलते ही शिक्षक भगत राम पटेल के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए, जहां का माहौल ई गमगीन था। राज्योत्सव में आनंद की जगह मातम पसर गया, और परिवार के सदस्यों के साथ-साथ आसपास के लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं।
यह घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है, जिसमें एक जिंदादिल शिक्षक ने अपनी जान गंवा दी। शिक्षक समुदाय ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। राज्योत्सव जैसे महत्वपूर्ण आयोजन में सुरक्षा के प्रति प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि इस तरह के हादसों से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।