बिलासपुर में नगर निगम में गुरूवार को बजट पेश किया जा रहा है। इससे पहले ही BJP ने आवास योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। भाजपा पार्षदों का कहना था कि 2 साल में 60 हजार आवेदन आए, लेकिन आवास एक को भी नहीं मिला। सत्ता पक्ष ने जवाब में इसे राजनीति करना बता दिया। दरअसल, बजट से पहले सामान्य सभा के दौरान सवाल-जवाब पर चर्चा की जा रही थी। निगम की सामान्य सभा में पहली बार शहर विधायक मौजूद रहे।
करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई निगम की कार्रवाई में पार्षद ने पार्षद ने घटिया लाइट लगाए जाने का सवाल उठाया। इसके साथ ही सामान्य सभा में बिजली, पानी और सड़क के साथ ही संपत्ति कर वसूली के ठेके को लेकर चर्चा की गई। भाजपा पार्षद ने सरकंडा के नूतन चौक से लेकर इमलीभाठा की जर्जर सड़क का मुद्दा उठाया। कहा, दो साल से नहीं बन सकी है। इस पर महापौर ने बारिश से पहले सड़क बनाने की बात कही। कहा कि गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा।
निगम में सम्पत्ति कर ठेके से वसूली के मुद्दे को उठाया। बताया गया कि ठेका कंपनी निगम अफसरों के जितनी कर वसूली नहीं कर पाई है। प्रश्नोत्तर काल के दौरान सत्ता पक्ष के ही पार्षदों ने अमृत मिशन का मामला सदन में उठाया। महापौर ने मिशन से जुड़ी कुछ योजनाएं राज्य सरकार के अधीन है। इस पर अध्यक्ष ने सदन में मौजूद शहर विधायक शैलेष पांडेय को जानकारी देने के लिए कहा, तो उन्होंने सदन की कार्यवाही पूरी होने के बाद देने की बात कही।
सामान्य सभा की बैठक में सरकंडा क्षेत्र के भाजपा पार्षद विजय ताम्रकार अपने वार्ड में आ रहे गन्दे पानी का सैम्पल दिखाने के लिए बोतल में पानी लेकर पहुंचे और सदन को दिखाया। इस दौरान वार्ड में आ रहे गंदे पानी की समस्या को दूर करने की मांग की।