उप्र के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के कबूलनामे का पहला वीडियो सामने आया है। इसमें वह ATS अफसरों के सवालों का जवाब दे रहा है। इस कबूलनामे में यह लग रहा है कि कट्टरपंथी विचारधाराओं से प्रभावित मुर्तजा पूरी तरह जिहादी बन चुका है। वह खुद इस बात को कबूल रहा है कि उसे पता था कि वह गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद नहीं बचेगा।
2015 में IIT मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके मुर्तजा ने ATS अफसरों को बताया कि उसने जो भी किया वह उसके दिमाग में चल रहा था। उसको लग रहा था कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। इसका बदला लेने के लिए उसने यह सब किया।
सिर्फ यही नहीं, उसने यह भी कहा कि वह जो भी कर रहा था उसके दिमाग में वह चीजें जस्टिफाई करता जा रहा था। यानी मुर्तजा को ऐसा लग रहा था कि वह जो भी कर रहा है वह ठीक कर रहा है। उसे उम्मीद थी कि मंदिर पर हमला करने के बाद वह मार दिया जाएगा। हालांकि, हुआ इस
हिजाब, CAA, NRC को लेकर आता था गुस्सा
वीडियो में मुर्तजा कर्नाटक के हिजाब मामले से लेकर CAA, NRC और दूसरी जगहों पर मुसलमानों के साथ होने वाले कथित अत्याचारों का जिक्र कर रहा है। वह कहता है कि यह सब देख उसे गुस्सा आ गया और उसने गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया।
उसने जांच एजेंसियों के अधिकारियों को बताया कि इसके लिए किसी न किसी को तो आगे आना ही होगा। उसने बोला कि मुसलमानों पर होने वाले कथित अत्याचारों को देख उसे गुस्सा आता था। वह अपने कट्टरपंथी विचारों से इतना घिरा हुआ नजर आ रहा है कि अपनी बातों के मायने भी समझा रहा है।
पता था गोरखनाथ मंदिर पर होंगे पुलिसवाले
मुर्तजा बता रहा है कि पहले वह नेपाल गया। फिर सिद्धार्थनगर जिले के बांसी आकर उसने रात गुजारी। वह खुद इस बात को स्वीकार करता है कि गोरखनाथ मंदिर को उसने हमले के लिए सही जगह समझकर चुना।
वह कहता है कि उसने गोरखपुर आने के लिए ऑटो किया और उससे बोला कि मुझे गोरखनाथ मंदिर पर उतार देना। वह साफ तौर पर कह रहा है कि मैंने सोचा था कि यहीं अपना काम कर लूंगा और मेरा भी काम तमाम हो जाएगा, क्योंकि मुझे पता था कि यहां पुलिस वाले होंगे।
का उल्टा और वह पकड़ लिया गया। मुर्तजा वीडियो में गोरखनाथ मंदिर पर किए गए हमले का मकसद भी बता रहा है।