रविवार, जून 1, 2025

महंत स्वामी यति नरसिंहानंद का विवादित बयान- ‘मुस्लिम पीएम बनने पर हिंदुओं का होगा मतांतरण’

Must Read

नई दिल्ली/गाजियाबाद,। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद ने आह्वान किया है कि हिंदू अपने बच्चों को इस तरह से मजबूत बनाएं कि वे जरूरत पड़ने पर संघर्ष कर सकें। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि अगर हिंदू कमजोर पड़े तो 2029 में या 2034 में, नहीं तो फिर 2039 में कोई मुसलमान देश का प्रधानमंत्री बनेगा। ऐसी स्थिति में 50 प्रतिशत हिंदूुओं का मतांतरण हो सकता है। बचे हिंदू या तो शरणार्थी शिविरों में रहेंगे या अन्य देशों में रहने को मजबूर होंगे। यह हिंदुओं का भविष्य होगा। अगर आप इससे बचना चाहते हैं, तो बहादुर बनें।

यति नरसिंहानंद रविवार को दिल्ली के बुराड़ी में आयोजित हिंदू महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। महापंचायत में वक्ताओं ने समान नागरिक संहिता, समान शिक्षा, घुसपैठ व मतांतरण पर नियंत्रण व देवस्थान मुक्ति जैसी पांच सूत्रीय मांगों को जोरशोर से उठाया। आगामी 13 अगस्त से श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति अभियान के तहत मथुरा से पदयात्र निकालने की घोषणा हुई, जो श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को संसद भवन पर पहुंचेगी।

महापंचायत में अधिवक्ता हरि शंकर जैन ने देवभूमि मुक्ति को लेकर कानून बनाने की वकालत की और कहा कि कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति की कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हिंदू महापंचायत के आयोजक सेव इंडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई प्रीति सिंह ने कहा कि इन पांच कानूनों को बनाने से देश की 70 प्रतिशत समस्या का समाधान हो जाएगा।

यहां पर बता दें कि महंत स्वामी यति नरसिंहानंद अपने विवादित बयानों के चलते लगातार चर्चा में रहते हैं। हरिद्वार हेट स्पीच मामले में यति नरसिंहानंद गिरी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। इसी मामले में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।  वहीं, इस गिरफ्तारी को लेकर यति नरसिंहानंद ने पुलिस अफसरों को धमकी भी दी थी। उन्होंने कहा था- ‘तुम सब मरोगे’। बता दें कि नफरती भाषण देने के आरोपित धर्मगुरुओं में यति नरसिंहानंद भी शामिल हैं।

- Advertisement -
  • nimble technology
Latest News

सरकारी स्कूलों में धार्मिक कार्यशाला: संविधान की धारा 28 के साथ खिलवाड़?

- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का विवादास्पद निर्णय संवैधानिक मूल्यों पर प्रहार - सरकारी स्कूलों में धार्मिक शिक्षा पर...

More Articles Like This